As of July 1, new criminal legislation are enacted...✍

The three new criminal laws in India are set to take effect from July 1, 2024. These laws will replace existing legislation and aim to overhaul the country's criminal justice system. Here are the details:

1. Bharatiya Nyaya Sanhita (BNS) : This law will replace the Indian Penal Code (IPC) of 1860.
2. Bharatiya Nagrik Suraksha Sanhita (BNSS) : It will replace the Code of Criminal Procedure (CrPC) of 1898.
3. Bharatiya Sakshya Adhiniyam (BSA) : This law will replace the Indian Evidence Act of 1872.

The implementation of these laws is already underway, with training being provided by the Bureau of Police Research and Development (BPRD) and other institutions. Additionally, there is hope for nationwide implementation of the Uniform Civil Code (UCC) in the future.

1 जुलाई से नये आपराधिक कानून लागू हो जायेंगे…

भारत में तीन नए आपराधिक कानून 1 जुलाई, 2024 से लागू होने वाले हैं। ये कानून मौजूदा कानूनों की जगह लेंगे और देश की आपराधिक न्याय प्रणाली में आमूलचूल परिवर्तन करने का लक्ष्य रखेंगे। यहाँ विवरण दिया गया है:

1. भारतीय न्याय संहिता (BNS): यह कानून 1860 के भारतीय दंड संहिता (IPC) की जगह लेगा।

2. भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS): यह 1898 के दंड प्रक्रिया संहिता (CrPC) की जगह लेगा।

3. भारतीय साक्ष्य अधिनियम (BSA): यह कानून 1872 के भारतीय साक्ष्य अधिनियम की जगह लेगा।

इन कानूनों का क्रियान्वयन पहले से ही चल रहा है, जिसमें पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो (BPRD) और अन्य संस्थानों द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके अतिरिक्त, भविष्य में समान नागरिक संहिता (UCC) के राष्ट्रव्यापी क्रियान्वयन की भी उम्मीद है।