दिल्ली के उपराज्यपाल द्वारा मानहानि का मुकदमा दायर करने के बाद, प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर को पांच महीने जेल की सजा सुनाई गई…✍
दिल्ली के साकेत कोर्ट ने दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना द्वारा दायर आपराधिक मानहानि के मामले में प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर को पांच महीने के साधारण कारावास की सजा सुनाई है। पाटकर और सक्सेना के बीच कानूनी लड़ाई 2000 में शुरू हुई थी, जब उन्होंने अपने और नर्मदा बचाओ आंदोलन (एनबीए) के खिलाफ विज्ञापन प्रकाशित करने के लिए उनके खिलाफ मुकदमा दायर किया था। यह मामला दो दशकों से अधिक समय तक चला है, और हाल ही में सुनाई गई सजा इस लंबे समय से चले आ रहे विवाद में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम है।
After Delhi Lieutenant Governor filed a defamation case, renowned social activist Medha Patkar was sentenced to five months in jail…✍
Medha Patkar, a renowned social activist, has been sentenced to five months of simple imprisonment by the Delhi Saket Court in a criminal defamation case filed by Delhi Lieutenant Governor Vinai Kumar Saxena. The legal battle between Patkar and Saxena began in 2000, when she filed a suit against him for publishing advertisements against her and the Narmada Bachao Andolan (NBA). The case has spanned over two decades, and the recent sentencing marks a significant development in this longstanding dispute.