एक बार फिर, जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों ने हमला किया, जिसमें एक सीआरपीएफ जवान की मौत हो गई और छह लोग गोलीबारी में घायल हो गए...✍

10 जून, 2024 को, कश्मीर के अशांत हिमालयी क्षेत्र के भारतीय-नियंत्रित हिस्से में अज्ञात आतंकवादियों द्वारा हमला किया गया। इस घटना में नौ लोग मारे गए और 33 अन्य घायल हो गए। संदिग्ध आतंकवादियों ने हिंदू तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक बस पर गोलीबारी की, जिससे चालक नियंत्रण खो बैठा। बस जम्मू-कश्मीर के रियासी के पहाड़ी क्षेत्र में एक खाई में गिर गई। बस कटरा क्षेत्र में माता वैष्णो देवी के प्रसिद्ध हिंदू मंदिर के लिए जा रही थी, जब यह एक पहाड़ी सड़क पर गोलीबारी की चपेट में आ गई। हमलावर अभी भी अज्ञात हैं, और अधिकारी उनकी तलाश जारी रखे हुए हैं। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थिति का जायजा लिया है और घायलों के लिए सर्वोत्तम चिकित्सा देखभाल का अनुरोध किया है। यह घटना इस क्षेत्र में चल रही सुरक्षा चिंताओं को उजागर करती है, जहां पाकिस्तान समर्थित मुस्लिम आतंकवादी समूहों और भारतीय सैन्य बलों के बीच सशस्त्र संघर्ष 60 से अधिक वर्षों से जारी है।

Once again, terrorists strike in J&K, leaving one CRPF man dead and six injured in gunfire…

On June 10, 2024, an attack by unidentified militants occurred in the Indian-controlled portion of the restive Himalayan region of Kashmir. The incident left nine people dead and 33 others injured. Suspected terrorists opened fire on a bus carrying Hindu pilgrims, causing the driver to lose control. The bus plunged into a gorge in the mountainous region of Reasi, Jammu and Kashmir. The bus was en route to the famous Hindu shrine of Mata Vaishno Devi in the Katra region when it came under fire on a mountain road. The attackers remain unidentified, and authorities are continuing their search for them. Prime Minister Narendra Modi has taken stock of the situation and requested the best medical care for those injured. This incident highlights the ongoing security concerns in the region, where an armed conflict between Pakistan-backed Muslim militant groups and Indian military forces has persisted for over 60 years.